इन लोगों ने कलाकारी का ऐसा बेजोड़ नमूना पेश किया कि अगले सात जन्मों तक इन्हें रोज़गार नहीं मिलेगा


दुनिया में अगर एक से बढ़कर एक विद्वान हैं, तो एक से बढ़कर एक मूर्ख भी. दरअसल, इन्हें मूर्ख कहना भी इनका अपमान होगा, क्योंकि ये मूर्ख ही नहीं, बल्कि महामूर्ख हैं. आज कुछ ऐसी तस्वीरें हाथ लगी हैं, जो साबित कर देंगी कि मूर्खता की कोई सीमा नहीं होती. वैसे इन तस्वीरों को देखकर आप लोट-पोट भी हो जाएंगे. इन फोटोज़ देखने के बाद आपको भी लगेगा का 21वीं सदी में भी कालिदास शायद जीवित हैं.

तो आप भी देखिये इन लोगों की महान कारस्तानियां...

1. ये घर नहीं, बल्कि स्वर्ग की सीढ़ियां हैं.

2. इंजीनियरिंग का बेजोड़ नमूना, सिर्फ़ यहां.

3. भारत-पाकिस्तान बंटवारे की याद दिला दी यार.

4. इसने तो स्थापत्य कला का गला दबा दिया.

5. अंबुजा सीमेंट से क्यों नहीं बनवाए बे.

6. इन लोगों को दीवार में ही चिनवा देना चाहिए था.

7. गाड़ी धीरे चलाएं, आगे क्रॉसिंग है.

8. आखिर ऐसा दिमाग लाते कहां से हो?

9. तिनके का सहारा मतलब यही होता है क्या?

10. ज़्यादा का वादा है भाई.

11. कमाल का कंस्ट्रक्शन.

12. कृपया सीधी लाइन में चलें.

13. इसे देखकर तो इंजीनियरों पर से भरोसा उठ जाएगा.

14. शायद ये स्पाइडरमैन की सुविधा के लिए होगा.

15. कुछ जगहों पर दिमाह सही काम आ जाता है.

16. ये हाथ हमें दे दो ठाकुर.

17. अंधे की लाठी एक मात्र सहारा.

18. ये सिर्फ़ 'थ्री इडियट्स' के लिए है.

19. अभी पानी सिर से ऊपर नहीं है भाई.

20. दिमाग का दही बना दिया.

21. इधर देखना मना है.

22. ये आम रास्ता नहीं है.

23. इसमें तो पक्का किसी को चिनवाया गया है.

24. जो दिखता है, वही सब कुछ नहीं होता.

मुझे पता है, आपका दिमाग चकरा गया होगा. अगर आप चाहते हैं कि जैसा आपका दिमाग खराब हुआ है, वैसे ही अपने दोस्तों का दिमाग खराब करना, तो इसे खूब शेयर करें.



Source: acidcow

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