इतनी खूबसूरत और भव्य हैं ये इमारतें, यकीन नहीं होता कि 7 अजूबों में इनका नाम नहीं है
आगरा का ताजमहल हो या पीसा की मीनार, जब भी दुनिया के सात अजूबों के बारे में बात होती है, इनका ज़िक्र अपने-आप ही हो जाता है. हो भी क्यों न! आखिर दुनियाभर के लोगों के प्यार की वजह से ही इनका नाम अजूबों की लिस्ट में शुमार जो किया गया है. पर जब भी आप अपने शहर का वो बड़ा-सा ऐतिहासिक किला देखते हैं, तो एक सवाल आपके मन में भी आया होगा कि क्या दुनिया में केवल ये ही ऐसी 7 इमारते हैं, जिन्हें लोगों के प्यार ने इस मुकाम तक पहुंचाया है. आखिर इस इमारत के साथ भी तो इतिहास जुड़ा है और इसकी भव्यता देखकर कोई भी इस पर फ़िदा हो सकता है. कुछ ऐसी ही नई इमारतों को Quora Magazine Survey ने अपनी यहां जगह दी है, जिन्हें आज हम आपके लिए लेकर आयें हैं.
Great Mosque of Djenné, Mali
100 साल भी ज्यादा पुरानी मिट्टी की इस मस्जिद को 1988 में UN ने अपनी हेरिटेज साइट में शामिल किया था. फ़िलहाल यह मस्जिद लोगों के लिए बंद है, पर 1996 में एक फोटोग्राफर द्वारा इसकी कुछ तस्वीरें ली गई थी, जिसके बाद इसे Vogue मैगज़ीन ने फिचर किया.
Chand Baori, India
जयपुर कुछ किलोमीटर दूर आभानेरी गांव में दुनिया की सबसे पुरानी बावड़ियों में एक चांद बावड़ी मौजूद है. पिरामिड आकार की बनी इसकी सीढ़ियां 100 फ़ीट नीचे की तरफ चली जाती है और किसी दैत्य की अनुभूति कराती है. इस खूबसूरत बावड़ी के बारे में आज भी जानकारों के बीच के मतभेद है कि इसका निर्माण कब हुआ था.
Palace of the Parliament, Romania
दुनिया की सबसे महंगी एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग में शुमार रोमानिया की संसद आज भी इस्तेमाल की जाने वाली इमारत है. 33000 स्क्वायर मीटर में फैली इस इमारत में 3100 कमरे हैं, जिनके साथ करीब 12 से भी ज़्यादा कहानियां जुडी हुई हैं.
Stari Most (The Old Bridge), Bosnia-Herzegovina
Mostar में Neretva नदी पर बना पेडेस्ट्रियन ब्रिज Bosnian Croat सेना द्वारा नष्ट कर दिया गया था. अपनी धरोहर को संभालते हुए यहां के लोगों ने पुराने ही पुल की एक नकल 1993 में तैयार की. इस ब्रिज की अहमियत को देखते हुए 2005 में UNESCO ने इसे विश्व धरोहर का दर्जा दिया.
Kumbhalgarh Fort, India
'मेवाड़ की आंख' के रूप में पहचाने जाने वाला कुम्भलगढ़ के किले को 'मौत का मसीहा' भी कहा जाता है. इस किले की दीवार 36 किलोमीटर तक फैली है, जिनकी ऊंचाई लगभग 8 मीटर तक है. कई लड़ाइयों के साक्षी रहे इस किले की शक्ति का पता इसी बात से चल जाता है कि आज तक कोई इसे क्षति नहीं पहुंचा पाया.
Sheikh Lotfollah Mosque, Iran
ईरानी वास्तुकला द्वारा डिज़ाइन की गई इस मस्जिद को देख कर कोई भी इसका दीवाना बन जायेगा. 1602 - 1619 के बीच बनाई गई इस मस्जिद को ईरानी वास्तुकार Safavid का मास्टर पीस कहा जाता है.
Derawar Fort, Pakistan
पाकिस्तान के देरावर रेगिस्तान में बना यह किला स्क्वायर शेप में 1733 में बनाया गया था. इसकी 30 मीटर ऊंची दीवार 1500 स्क्वायर मीटर क्षेत्र में फैली हुई है.
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