IIT कानपुर के छात्र शशांक ने बनाया एक ऐसा App, जो बुजुर्गों के लिए टाइपिंग को कर देगा और भी आसान


इंजीनियरिंग के क्षेत्र में देश के सबसे उच्च संस्थानों में शामिल आई.आई.टी. विश्वस्तर पर भारत की एक अलग पहचान को कायम किये हुए है. इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपनी दक्षता दर्ज कराने वाले इस संस्थान के छात्र आज देश के कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. आई.आई.टी. में दाखिले के साथ ही संस्थान के छात्र नए-नए प्रयोग करने में लग जाते हैं, जिसका फायदा देश और दुनिया को मिलता है. ऐसा ही एक प्रयोग आई.आई.टी. कानपुर के छात्र शशांक आर्या ने किया है, जिन्होंने बुजुर्गों के लिए एक एप्लीकेशन का विकास किया है. इस एप्लीकेशन के ज़रिये बुजुर्गों को फ़ोन पर टाइपिंग करने में आसानी होगी और वो आराम से कोई नंबर डायल कर पाएंगे.
पुणे में आयोजित डिज़ाइन कम्पटीशन Uxplorer 2016 में शशांक ने अपने इस प्रयोग को दुनिया के सामने रखा था, जिसे सिल्वर मेडल से सम्मानित भी किया गया था. शशांक ने अपनी इस इनोवेशन को 'ग्लास लॉन्चर' का नाम दिया है.
'ग्लास लॉन्चर' आपके फ़ोन स्क्रीन पर कीपैड को उभार देता है. इसके साथ ही ये कीपैड स्क्रीन को ग्रीन कलर देकर उन लोगों के लिए भी सहायक है, जो कलर ब्लाइंडनेस जैसी बीमारी से ग्रस्त हैं.


Source: ht

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