स्कूल
की यादें हम सब के ज़हन में ज़रूर होंगी. दोस्तों के साथ मस्ती, स्कूल के
काम से बचने की हर चाल और हां टीचर्स की मार को हम कैसे भूल सकते हैं.
हमारी छोटी-छोटी शैतानियों पर मिलने वाली बड़ी-बड़ी सज़ा, जिससे स्कूल का
हर बच्चा डरता था.
लेकिन विज्ञान कहता है कि अगर बच्चों को शैतानियों और गलतियों पर सजा
मिले, तो वो उस चीज़ को और करने लगते हैं और डर उनके अंदर से निकल जाता है.
इसलिए अब सज़ा देने के बजाए कुछ और तरीके खोजे जा रहे हैं बच्चों को
शैतानियां करने से रोकने के लिए.
इसी कड़ी में अमेरिका के एक स्कूल ने शैतान बच्चों के सही करने के लिए
अनोखा तरीका खोज निकाला है. जो बच्चे ज़रूरत से ज़्यादा शैतानी करते हैं या
फिर पढ़ाई से कतराते हैं उन बच्चों के लिए एक कमरे की व्यवस्था की गई है.
जहां उन बच्चों को ध्यान लगाने और शांत बैठने के लिए छोड़ दिया जाता है.
उनके ध्यान लगाने के बारे में स्कूल प्रशासन का कहना है कि इससे कई बच्चों
में बदलाव देखे गए हैं. बच्चे अब ज़्यादा शांत रहने लगे हैं और पढ़ने में
भी ज़्यादा ध्यान लगाते हैं.
इतना ही नहीं, इस स्कूल में पर्यावरण के लिए बच्चों को जागरुक करने के
भी प्रयास किए जाते हैं. छोटे-छोटे बच्चों को हरियाली का महत्व समझाया जाता
है. इस कारण बच्चे खुद को शांत रख पाते हैं. गुस्सा आना और चिड़-चिड़ापन
भी कम होता है.
ये एक तरीके की थेरेपी है, जिससे बच्चों के शैतानी दिमाग को शांत रखा
जाता है. ऐसी थेरेपी हमारे वक़्त क्यों नहीं आई, हम भी मार से बच जाते.
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